छत्तीसगढ़ में फंसे बीएसएफ इंस्पेक्टर की बेटी के लिए डीसी और पुलिस कमिश्नर बने ‘पिता’, जन्मदिन पर केक लेकर पहुंचे घर
- जालंधर के ईश्वर नगर का है मामला, बीएसएफ के इंस्पेक्टर दयानंद एंटी नक्सल ऑपरेशन में तैनात
- सोमवार को उनकी बीडीएस अंतिम वर्ष कर रही बेटी का कोमलदीप का जन्मदिन था
दैनिक भास्कर
May 11, 2020, 07:15 PM IST
जालंधर. जालंधर के डिप्टी कमिश्नर वरिंदर शर्मा और पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने सोमवार को छत्तीसगढ़ में फंसे बीएसएफ इंस्पेक्टर की बेटी के लिए ‘पिता’ की भूमिका निभाई और उसके जन्मदिन सेलिब्रेशन में शरीक हुए। दोनों केक और तोहफे लेकर उनके घर पहुंचे और सभी को चकित कर दिया। लड़की के पिता शहर के इंस्पेक्टर दयानंद कोरोना वायरस संकट के कारण छत्तीसगढ़ में फंस गए हैं। वह मौजूदा समय में वहां एंटी नक्सल ऑपरेशन में तैनात हैं। कर्फ्यू और लॉकडाउन के कारण वह घर आने में सक्षम नहीं हैं।
सोमवार को उनकी बीडीएस अंतिम वर्ष कर रही बेटी कोमलदीप का जन्मदिन था। जब यह मामला डीसी और पुलिस कमिश्नर के ध्यान में लाया गया तो दोनों ने कोमल का जन्मदिन धूमधाम से मनाने का फैसला किया। दोनों अफसर कई अन्य व्यक्तियों के साथ इंस्पेक्ट के काला संघिया रोड स्थित ईश्वर नगर गए और सुनिश्चत किया देश की सेवा में जुटे वीर इंस्पेक्टर की बेटी के जन्मदिन सेलिब्रेशन में कोई कमी न रह जाए। कोमल और उनके घरवाले उस समय चकित रह गए, जब डीसी और पुलिस कमिश्नर उनके घर केक और गिफ्ट लेकर पहुंचे।
सराहना
उन्होंने कहा कि यह उनके लिए सम्मान की बात है कि देश की सेवा में सब कुछ लुटाने वाले वीर योद्धा के परिवार के लिए वह कुछ कर सके हैं। कोमलदीप और उनकी मां कमलजीत कौर ने डीसी और पुलिस कमिश्नर का इस कदम के लिए आभार व्यक्त किया। कमलजीत ने कहा कि कोरोना संकट में शहर की भारी जिम्मेदारी के बीच दोनों अफसरों ने जिस तरह उनकी बच्ची की खुशी के लिए समय निकला, वह काबिल-ए-तारीफ है।
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