स्क्रिप्ट राइटर अपूर्व ने पार्टनर सिद्धांत के साथ खरीदा घर, बोले- समलैंगिक संबंध छुपाने 13 साल तक कजिन बनकर रहना पड़ा
दैनिक भास्कर
May 30, 2020, 10:31 AM IST
स्क्रिप्ट राइटर और नेशनल अवॉर्ड विनर फिल्म एडिटर अपूर्व असरानी ने अपने पार्टनर सिद्धांत के साथ मिलकर घर खरीद लिया है। शुक्रवार को 42 वर्षीय अपूर्व ने ट्विटर पर यह जानकारी दी। उन्होंने अपना दर्द बयां करते हुए लिखा कि समलैंगिक संबंध छुपाने के लिए 13 साल तक वे सिद्धांत को अपना कजिन बताते रहे।
साथ रहने के लिए एक-दूसरे को कजिन बताया
अपूर्व ने दो फोटो साझा की हैं। एक में वे सिद्धांत के साथ नजर आ रहे हैं और दूसरे में दरवाजे पर दोनों के नाम की नेम प्लेट लगी दिखाई दे रही है। उन्होंने कैप्शन में लिखा है, “13 साल तक हम एक-दूसरे को कजिन बताते रहे, ताकि हमें साथ रहने के लिए घर किराये पर मिल सके।”
For 13 years we pretended to be cousins so we could rent a home together. We were told ‘keep curtains drawn so neighbors don’t know ‘what’ you are’. We recently bought our own home. Now we voluntarily tell neighbors we are partners 💕. It’s time LGBTQ families are normalised too. pic.twitter.com/kZ9t9Wnc7i
— Apurva (@Apurvasrani) May 29, 2020
अपूर्व ने आगे लिखा है, “हमें कहा गया था कि घर के पर्दे बंद रखें, ताकि पड़ोसियों को यह पता न चले कि आपका रिश्ता क्या है? हाल ही में हमने अपना घर खरीदा है। अब हम पड़ोसियों को खुलकर कह सकते हैं कि हम पार्टनर हैं। अब समय आ गया है, जब एलजीबीटीक्यू परिवारों को सामान्य रूप से अपना लिया जाए।”
‘स्निप’ के लिए मिला था नेशनल अवॉर्ड
अपूर्व ने ‘सत्या’ (1998), ‘स्निप’ (2000), ‘शाहिद’ (2012) और ‘अलीगढ़’ (2015) जैसी फिल्मों की एडिटिंग की है। मनोज बाजपेयी स्टारर ‘अलीगढ़’ की कहानी, स्क्रीनप्ले और डायलॉग्स भी उनके ही थे। उन्हें ‘स्निप’ के लिए बेस्ट एडिटिंग का नेशनल अवॉर्ड मिला था।
जब ‘गे’ होने पर अपूर्व ने रखी बात
2018 में एक इंटरव्यू में अपूर्व ने बताया था कि समाज में ‘गे’ को कैसे देखा जाता है ? उन्होंने कहा था, “यह ऐसा ही है जैसे कोई इंसान किसी सेक्शुअली रिप्रेस्ड सोसाइटी में बड़ा हो रहा है। आप एक काल कोठरी में रहते हैं। ऐसा अंधेरा, जहां किसी को आने की अनुमति नहीं होती और कंपनी के लिए आपके पास सिर्फ एक टॉर्च होती है।
अपूर्व ने आगे कहा था, “आप अपने अंदर के सीमित स्थान में जवाब तलाश करते हैं। लेकिन ऐसा कोई नहीं होता, जो आपकी फीलिंग को शेयर कर सके। आप कोशिश करते हैं और जवाब मैगजीन, पोर्न और बाहरी दुनिया में घुसपैठ करने वाले शोर में पाते हैं।”
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