स्नैपचैट ने ट्रम्प की पोस्ट को बढ़ावा देना बंद किया; प्लेटफार्म का मानना है कि राष्ट्रपति नस्लीय हिंसा भड़काते हैं


  • 25 मई को अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस के हाथों मौत हो गई थी
  • इस हत्या का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, इसके बाद कई स्थानों पर प्रदर्शन शुरू हुए

दैनिक भास्कर

Jun 04, 2020, 12:43 AM IST

वॉशिंगटन. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म स्नैपचैट ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पोस्ट को बढ़ावा देना बंद कर दिया है। उनका मानना है कि राष्ट्रपति नस्लीय हिंसा को भड़काते हैं। दरअसल, 25 मई को अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस के हाथों मौत हो गई थी। हालांकि, फ्लॉयड की मौत के अगले दिन घटना में शामिल सभी चार पुलिस अफसरों को बर्खास्त कर दिया गया। 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी पुलिस अधिकारियों ने जॉर्ज की गर्दन को आठ मिनट 46 सेकंड तक घुटने से दबाए रखा था, दम घुटने से मौत हो गई थी। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसके बाद से अमेरिका के कई शहरों में प्रदर्शन शुरू हो गए। हिंसा और लूटपाट हुई। कई शहरों में कर्फ्यू भी लगा। 

ट्रम्प बोले- लिंकन के बाद मेरी सरकार ने सबसे ज्यादा अश्वेतों के लिए काम किया

इस बीच, ट्रम्प ने मंगलवार को कहा था कि मेरी सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन के बाद अश्वेत समुदाय के लिए सबसे ज्यादा काम किया है। उन्होंने कहा, ‘अश्वेतों के कॉलेजों के लिए फंड की गारंटी दी, क्रिमिनल जस्टिस रिफॉर्म लाया गया। देश में अश्वेतों में बेरोजगारी, गरीबी और अपराध दर सबसे कम है।’ 

पुलिस अफसर दम घोंटता रहा, बाकी लोग उसे छोड़ देने की अपील करते रहे

अश्वेत की मौत की घटना के कुछ वीडियोज सामने आए। कुछ घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बनाए तो कुछ सिक्युरिटी सर्विलांस कैमरों में दर्ज हुए। पुलिस ने फ्लॉयड पर जो भी तरीके आजमाए वो विभागीय नियमों का उल्लंघन हैं। पुलिस अफसर दम घोंटता रहा, जॉर्ज ही नहीं बाकी लोग भी उसे छोड़ देने की अपील करते रहे। लेकिन, पुलिस की बर्बरता के आगे किसी की एक न चली।

बयानबाजी से और बढ़ा तनाव

  • राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने खुद को लॉ एंड ऑर्डर प्रेसिडेंट करार दिया और कहा कि अगर हिंसा जारी रही तो सेना की तैनाती होगी।
  • इसके बाद अगले ही दिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े और रबर की गोलियां चलाईं।
  • इससे पहले भी ट्रम्प ने प्रदर्शनकारियों को गोली मारने और उन पर भयानक कुत्ते छोड़ने की वॉर्निंग दी थी।
  • इन बयानों से दुखी ह्यूस्टन पुलिस चीफ ने कहा- अगर कुछ अच्छा बोलने के लिए नहीं है तो प्लीज कुछ मत बोलें।



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